पहली बार प्रयागराज महाकुंभ का निमंत्रण देने मध्यप्रदेश पहुंचे योगी सरकार के दो मंत्री
भोपाल। उत्तर प्रदेश सरकार के जलशक्ति, बाढ़ नियंत्रण मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा है कि 15 जनवरी से प्रारंभ हो रहे प्रयागराज महाकुंभ 2025 में करीब 45 लाख श्रृद्धालुओं के आने की संभावना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार प्रयागराज कुंभ 2025 में आने वाले सभी श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए चाक चौबंद व्यवस्था की है। मंत्री श्री सिंह राजधानी भोपाल में प्रयागराज महाकुंभ 2025 को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा की गई व्यवस्थाओं की जानकारी मीडिया से साझा कर रहे थे। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार, कृषि निर्यात राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह भी मौजूद रहे।
दूसरा आरएफआईडी रिस्ट बैंड, इस तकनीक के तहत तीर्थ यात्रियों को रिस्ट बैंड दिए जाएंगे। आरएफआईडी रीडर रिस्ट बैंड के जरिए अंदर और बाहर जाने के समय हर श्रृद्धालु की रियल टाइम ट्रैकिंग होगी। तीसरा, मोबाइल एप बेस्ड ट्रैकिंग सिस्टम है।इस तकनीक के जरिए तीर्थ यात्रियों की सहमति पर मोबाइल एप के जीपीएस लोकेशन के जरिए हर तीर्थ यात्री की लोकेशन ट्रैकिंग की। स्वतंत्र देव सिंह ने बताया कि इस बार स्वस्थ महाकुंभ के दृष्टिकोण से मेला क्षेत्र में अस्पताल तैयार किए गए हैं, जिसमें आने वाले तीर्थयात्रियों, साधु, संतों, कल्पवासियों और पर्यटकों के स्वास्थ्य देखभाल की भी व्यवस्था है। विशेषज्ञ चिकित्सकों को बड़े पैमाने पर तैनात किया गया है। परेड ग्राउंड में 100 बेड का अस्पताल बनाया गया है। 20 बेड के दो और 8 बेड के छोटे अस्पताल भी तैयार किए गए हैं। मेला क्षेत्र और अरैल में 10-10 बेड के दो आईसीयू, आर्मी हॉस्पिटल की ओर से बनाए गए हैं। इन अस्पतालों में 24 घंटे डॉक्टरों की तैनाती रहेगी। श्री सिंह ने बताया कि इसके लिए 291 एमबीबीएस व स्पेशलिस्ट, 90 आयुर्वेदिक और यूनानी विशेषज्ञ और 182 स्टॉफ नर्स की व्यवस्था है। यही नहीं अस्पतालों में पुरुष, महिला और बच्चा वार्ड अलग- अलग तैयार किए गए हैं। डिलीवरी रूम, इमरजेंसी वार्ड और डॉक्टर्स रूम भी रहेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार दिव्य, भव्य एवं डिजिटल महाकुंभ के लिए प्रतिबद्ध है। महाकुंभ की वेबसाइट, ऐप, 11 भाषाओं में एआई चैट बॉट, लोगों एवं वाहनों के लिए क्यूआर आधारित पास, बहुभाषीय डिजिटल खोया-पाया केंद्र, स्वच्छता एवं टेंटों की आईसीटी निगरानी, भूमि और सुविधा आवंटन के लिए सॉफ्टवेयर, बहुभाषीय डिजिटल साइनेज वीएमडी, स्वचालित राशन आपूर्ति प्रणाली, ड्रोन आधारित निगरानी एवं आपदा प्रबंधन, 530 परियोजनाओं की निगरानी का लाइव सॉफ्टवेयर, इन्वेंटरी ट्रैकिंग सिस्टम और सभी स्थलों का गूगल मैप पर डेटा तैयार किया गया है।
पर्यटकों को महाकुंभ मेला क्षेत्र में पार्किंग की समस्या से राहत देने के लिए 101 स्मार्ट पार्किंग बनाए गए हैं, जिनमें प्रतिदिन पांच लाख वाहन पार्क किए जा सकेंगे। 1867.04 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैला पार्किंग स्थल 2019 के 1103.29 हेक्टेयर के सापेक्ष 763.75 हेक्टेयर बड़ा है। इन पार्किंग स्थल की निगरानी इंट्रीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर के माध्यम से की जाएगी । श्री सिंह ने पत्रकारों को बताया कि मुंबई की मरीन ड्राइव की तर्ज पर गंगा किनारे लगभग 15.25 किलोमीटर क्षेत्र में संगम से डीडी नागवासुकी मंदिर तक, सूरदास से छतनाग तक, कर्जन ब्रिज के समीप से महावीर पुरी तक रिवर फ्रंट का निर्माण कराया गया है। इसके अलावा महाकुंभ क्षेत्र में 35 पुराने और 9 नए पक्के घाट बनाए गए हैं, जो श्रद्धालुओं को स्रान में सहायक होंगे। साथ ही 12 किलोमीटर क्षेत्र में फैले सभी 44 घाटों पर हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जा सकेगी। इसके अलावा इंट्रीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर को अपग्रेड किया गया है। इससे भीड़ प्रबंधन में सहायता मिलेगी। सीसीटीवी कैमरों को देखने के लिए 52 सीटर चार व्यूइंग सेंटर स्थापित किए गए हैं। मीडिया से बातचीत में योगी सरकार के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार, कृषि निर्यात राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि इससे पहले वह शनिवार को भगवान श्री महाकाल के दर्शन कर महाकुंभ का निमंत्रण दिया। इसके बाद दोनों मंत्री भोपाल पहुंचे। रविवार सुबह दोनों मंत्री नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के बंगले पर पहुंचे और उन्हें प्रयागराज महाकुंभ में आने का न्योता दिया। दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि फिर भोपाल में विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, राज्यपाल मंगू भाई पटेल, भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा सहित तमाम नेताओं को महाकुंभ में आने का निमंत्रण दिया। उन्होंने प्रदेश की जनता को भी महाकुंभ में पुण्य लाभ अर्जित करने का निमंत्रण दिया ।