हिन्दू होने के बाद भी यूपी में मारे जा रहे दलित और पिछड़े: स्वामी प्रसाद मौर्य
रायबरेली। चार दिन पहले मौर्या बिरादरी के दो युवकों की हुई पिटाई का मामला दिन-प्रतिदिन तूल पकड़ता जा रहा है। पुलिस के हत्यारों के प्रति दिख रहे प्रेम की वजह से चार दिन बाद भी शैलेंद्र मौर्या के शव का अंतिम संस्कार नहीं हो सका। शैलेंद्र अंतिम संस्कार न होने पर परिजनों से मिलने के लिए शुक्रवार को पूर्व मंत्री व राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य परिजनों से मिलने के लिए सलोन पहुंचें। परिजनों को न्याय का पूरा आश्वासन देते हुए उन्होंने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाएं।
बता दें, सलोन तहसील के ग्राम पंचायत गोठिया के तिवारीपुर में बारात के दौरान झगड़ा होने पर शैलेंद्र मौर्य और संदीप मौर्य की पिटाई कर दी गई थी। इस जानलेवा हमले में शैलेंद्र मौर्य की मौत हो गई और संदीप मौर्य की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। परिजनों ने इस घटना में शामिल सभी की गिरफ्तारी न होने तक शव का अंतिम सरकार नहीं करने की बात कहीं थी। परिजनों की मांग पर स्थानीय पुलिस की तरफ से कोई ध्यान नहीं दिया गया, जिसकी वजह से परिजनों और ग्रामीणों में और आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
दबंगों से छुपकर इलाज करा रहा मृतक का भाई
सलोन कोतवाली क्षेत्र में जिस तरह से घटना हुई है, उसमें पुलिस की भूमिका पूरी तरह से संदिग्ध नजर आ रही है। वह पीड़ितों को न्याय देने के बजाए हत्या में शामिल हत्यारों को बचाने के लिए काम कर रही है। पुलिस का संरक्षण प्राप्त होने की वजह से इस घटना में शामिल दबंगों के इतने हौसले बुलंद हो गए हैं कि जिला अस्पताल में अपना इलाज करा रहे घायल संदीप मौर्य को धमकी दी। दंबगों की धमकी का बहुत ही खौफ अब परिजनों में भर गया है। जिसकी वजह से दंबगों से बचकर पीड़ित अपना इलाज शहर के किसी निजी नर्सिंगहोम में करा रहा है। इस बात का जिक्र करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि अंदाजा लगाया जा सकता है कि योगी सरकार में किस तरह से दलित और पिछड़ों के साथ में अन्याय किया जा रहा है।
कालाबाजारी और गोरखधंधे बाजों का संरक्षण कर रही सरकार
बीते दिनों से पांच-पांच रुपये की नोटों को गस्तों में रखने का एक वीडियों वायरल होने के बाद कुछ पत्रकारों पर आरोप लगाएं जाने के मामले को बहुत ही गंभीरता के साथ में स्वामी प्रसाद मौर्य ने उठाया। दवा व्यवसाई के पास से गत्ते में करोड़ो रुपए बरामद होने के मामले को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, जितने भी कालाबाजारी हैं, गोरखधंधे बाज हैं, अपराधी हैं और हत्यारे हैं इन सबको योगी सरकार और उनकी पुलिस बचाने में लगी हुई है। यही कारण है कि करोड़ों रुपए के नोट बरामद होने के बावजूद पुलिस ने कार्रवाई नहीं की और न ही अभी तक शैलेंद्र मौर्य के हत्यारों की गिरफ्तारी की। उन्होंने कहा कि बहुत ही दुर्भाग्य है कि इस तरह का वीडियो वायरल हो रहा है और अभी तक किसी भी वित्त संस्था ने मामले को संज्ञान नहीं लिया।
डीएनए की जांच पहले योगी, मोदी और भागवत की हो: स्वामी
हाल में ही सूबे के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में एक कार्यक्रम के दौरान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के डीएनए की जांच की बात कही थी। इस पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि डीएनए की जांच तो सबसे पहले योगी, मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत की होनी चाहिए। जिस तरीके से भाजपा के शीर्ष नेताओं द्वारा बड़बोलेपन भाषा का प्रयोग करना यह अज्ञानता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही करप्शन की दूर करने की बात कहते हैं, लेकिन उनके मातहत अधिकारी और कर्मचारी इसी करप्शन के सहारे गुंडे, माफिया और अराजक तत्वों को अपनी शरण दे रहे हैं।
मौर्य ने मृतक के परिवार को की एक लाख की आर्थिक मदद
स्वामी प्रसाद मौर्य ने पीड़ित परिवार से मिलकर एक लाख की आर्थिक मदद की है श्री मौर्य ने मृतक शैलेंद्र मौर्य की पत्नी को 50 हजार व मृतक के भाई संदीप मौर्य को इलाज हेतु 50 हजार की आर्थिक मदद किया है।