शिक्षा के मुद्दे को दबाने के लिए जीपीए के पदाधिकारियों पर पुलिस का पहरा

गाजियाबाद। आज एक महीने के दौरान लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री का दौरा था इस दौरे में गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन और अभिभावक कोई विघ्न न डाल सके इसलिए पुलिस प्रशासन सुबह 5 बजे ही जीपीए की अध्यक्ष सीमा त्यागी को पहले की तरह नजर बंद करने उनके आवास पहुंच गया हालाकि इस बार जीपीए द्वारा मुख्यमंत्री तक अभिभावकों की पीड़ा पहुंचाने के लिए रणनीति में पहले ही बदलाव कर लिया गया था और गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन के सचिव अनिल सिंह ने अभिभावकों और अपनी टीम के बाकी सदस्यों के साथ 13 सूत्रीय ज्ञापन देने की कमान सभाली और बारिश की परवाह किए बगैर बड़ी संख्या में अभिभावकों के साथ जीपीए के शास्त्री नगर कार्यालय से रामलीला घंटा घर के लिए कुच किया हालाकि शास्त्री नगर से निकलते ही अभिभावकों को पुलिस बल के विरोध का सामना करना पड़ा उसके बाद भी बुलंद हौसले और भारी बारिश के बीच बजरिया के रास्ते घंटाघर स्थित रामलीला ग्राउंड के गेट तक पहुंच गए लेकिन अंदर केवल पास वाले लोगो को ही प्रवेश दिया जा रहा था और इस बीच पुलिस प्रशासन को भी जीपीए टीम के आने की भनक लग गई थी.

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इसलिए आनन फानन में पुलिस बल द्वारा सभी अभिभावकों को गेट पर ही रोक दिया गया जिसके बाद जीपीए के साथ आई आरटीई के अंतर्गत चयनित बच्चो की माताओं ने मुख्यमंत्री के गेट से निकलने पर अपनी पीड़ा पहुंचना का प्रयास किया लेकिन भारी पुलिस बल के कारण सफल नहीं हो सके जीपीए के सचिव अनिल सिंह ने कहा की प्रदेश के मुख्यमंत्री जी शिक्षा के मुद्दे से खौफ मे है इसलिए अभिभावकों की पीड़ा सुनने और मिलने की बजाय पहले ही पुलिस प्रशासन के द्वारा रोक दिया जाता है गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन के क्रांतिकारी सिपाही इन अवरोधों से डरने वाले नही हम शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए इसी तरह बुलंद हौसले के साथ आवाज उठाते रहेंगे। इस मौके पर अनिल सिंह, कौशलेंद्र सिंह, पवन शर्मा, धर्मेंद्र यादव, नरेश कुमार, मनीष, नवीन, राजकुमार संजीव कुमार, कमल कुमार, विकास मावी, विपिन कुमार, नीलम कुमारी, बबीता, अफसाना, मीनू आदि शामिल रहे।

Edited By: Ballia Tak

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