मैं तो दीवानी हुई श्याम की : हर्षिका बनीं ‘मीरा’, कान्हा को वरमाला पहनाकर रचाई शादी ; देखें Video

Uttarakhand News : श्रीकृष्ण की मनमोहक छवि और आकर्षण अद्भुत है। उनकी भक्ति रस में रमने वाला व्यक्ति प्रभु में ही लीन हो जाता है। सांसारिक मोह माया से दूर होकर ईश्वर के दिखाए पथ पर निकल पड़ते हैं। भगवान की ऐसी ही अनन्य भक्त उत्तराखंड के हल्द्वानी निवासी हर्षिका पंत ‘कान्हा’ के प्रेम में ‘मीरा’ बन गईं। 21 साल की हर्षिका ने भगवान कृष्ण से विवाह रचाकर उनके प्रति समर्पण जताया है। आठ साल की उम्र में श्रीकृष्ण को पति मानने वाली हर्षिका ने मीराबाई की तरह अपने जीवन को श्रीकृष्ण को समर्पित कर दिया है। बैंड बाजे की धुन और 300 से अधिक बरातियों की उपस्थिति में हर्षिका ने श्रीकृष्ण की मूर्ति से विवाह किया।  

बता दें कि, शादी की तैयारियां छह माह से चल रही थीं। पिता पूरन चंद्र पंत ने बेटी के विवाह के लिए वृंदावन में निमंत्रण भेजा। वहां से नौ इंच की भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति तीन जुलाई को धूमधाम से उनके घर पहुंची। बुधवार को उनके आवास पर महिला संगीत कार्यक्रम का आयोजन हुआ। पिता पूरन चंद्र ने बताया कि 300 से अधिक लोगों को निमंत्रण भेजा गया। दो पंडितों ने विवाह कराया। पूरे कुमाऊंनी रीति रिवाज से यह अनूठा विवाह संपन्न हुआ। हल्द्वानी के आरटीओ रोड स्थित इंद्रप्रस्थ कालोनी फेज तीन में हुए इस अनोखे विवाह कार्यक्रम में दुल्हन के रिश्तेदार और स्थानीय लोग उत्साह के साथ साक्षी बने। दुल्हन के पिता पूरन पंत ने बताया कि कान्हाजी की प्राण प्रतिष्ठित प्रतिमा उनकी पुत्री के कक्ष में ही रहेगी।

कान्हा के साथ लगाव के कारण लिया निर्णय
हर्षिका के पिता पूरन चंद्र पंत व्यवसायी हैं और बागेश्वर में उनकी दुकान है। पैरालाइज होने और हल्द्वानी में इलाज चलने के कारण वर्ष 2021 में उन्होंने यहां घर बना लिया। पूरन के दो बच्चे हैं जिसमें बेटी बड़ी है और बेटा छोटा है। उन्होंने बताया कि बेटी का बचपन से कान्हा के साथ ऐसा लगाव रहा है कि वह उन्हीं से विवाह की जिद बांध बैठी थी। बेटी की इच्छा का सम्मान करने के लिए परिवार ने यह निर्णय लिया है।

Edited By: Ballia Tak

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