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शाहजहांपुर: तो क्या सौतेली मां ने ही बेटे को जहर देकर मार डाला, जानिए पूरा मामला...
शाहजहांपुर। नगरिया निजामपुर गांव में एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक के मामा ने सौतेली मां पर 80 बीघा जमीन के विवाद में जहर देकर हत्या करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने मौत की सही वजह जानने के लिए मृतक का पोस्टमार्टम कराया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे कार्रवाई करने की बात कही है। दूसरी ओर सुमित की मौत होने के बाद से उसके कई सगे रिश्तेदार फरार हैं। सुमित के दो भाईयों की पहले ही मौत हो चुकी थी। ऐसे में पुलिस साजिश या इस्तेफाक दोनों बिंदुओं पर जांच कर रही है।
गढ़िया रंगीन थाना क्षेत्र के गांव निजामपुर नगरिया निवासी रमन पाल खेती किसानी करते हैं। उनकी पहली पत्नी मिथलेशा की जलकर मौत हो गई थी। रमन पाल को पहली पत्नी से 29 वर्षीय बेटे सुमित समेत चार बच्चे थे। जिनमें से दो बेटों की मौत काफी पहले हो चुकी है। मिथलेशा से जन्मी एक बेटी की शादी हो चुकी है। दूसरी पत्नी से उसके छह बच्चे हैं। उसके पास 80 बीघा जमीन है। रमन पाल की पहली पत्नी से सुमित अकेला बचा था। रमन के बेटे सुमित की बुधवार की शाम अचानक तबीयत खराब हो गई। परिवार वाले उसे अस्पताल लेकर आए। डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिवार वाले उसका शव लेकर चले गए। गुरुवार की सुबह आठ बजे मृतक सुमित के मामा पप्पू सिंह निवासी रामनगर थाना गढ़िया रंगीन गांव निजामपुर नगरिया पहुंचे। उन्होंने मृतक के पिता रमन पाल से जानकारी की तो बताया कि उसकी तबीयत खराब होने के बाद मौत हो गई। उन्होंने थाना पर सूचना दी। गढ़िया रंगीन प्रभारी सिपाही के साथ मौके पर पहुंचे। मृतक के मामा पप्पू सिंह ने पुलिस को बताया कि रमन पाल के पास 80 बीघा जमीन है। मामा का आरोप है कि उसकी सौतेली मां सुमित को जमीन में हिस्सा नहीं देना चाहती थी। वह अपनी शादी करके घर बसाना चाहता था। उसकी शादी की बातचीत चल रही थी। आरोप है कि सौतेली मां ने उसे दो दिन पहले जान से मारने की धमकी दी थी। उसका आरोप है कि सौतेली मां ने उसे जहरीला पदार्थ देकर मार डाला है।
सुमित की मौत के मामले में पुलिस को इसलिए भी शक है क्योंकि इस प्रकरण में एक-एक कर तीन बच्चों की मौत हो चुकी है। ग्रामीणों के अनुसार रमनपाल की पहली पत्नी ने स्वयं को आग लगाकर आत्महत्या कर ली थी। वह चार बच्चे छोड़कर गई थी। जिनमें तीन बेटे और एक बेटी थी। बेटी की शादी हो गई, जिसके चलते उसकी रमनपाल की संपत्ति पर दावेदार खत्म हो गई। इसके बाद मिथलेशा से जन्मे दो बेटों की भी एक-एक करके मौत हो गई। ऐसे में बुधवार तक संपत्ति का आखिरी दावेदार मिथलेशा से जन्मा बच्चा सुमित ही था, लेकिन बुधवार रात में सुमित की भी मौत हो गई। ऐसे में संपत्ति पर दावा करने वाला कोई पुरुष बच्चा पहली पत्नी से जन्मा अब नहीं बचा है। पूरी की पूरी 80 बीघा जमीन पर दावेदार सुमित की सौतेली मां और उससे जन्मे बच्चों की हो गई है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर मिथलेशा से जन्मे सभी तीनों लड़के कैसे काल के गाल में समा गए। यह सिर्फ एक इस्तफाक है या फिर इसके पीछे कोई गहरी साजिश है। सुमित की मौत का राज पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलने की उम्मीद है।
कई सगे रिश्तेदार फरार
ग्रामीणों की मानें तो सुमित की मौत के बाद उसका अंतिम संस्कार करने की तैयारी थी। इसी बीच पहुंच कर मामा ने पहुंच कर सवाल उठा दिए और पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो मृतक के कई सगे रिश्तेदारों को सांप सूंघ गया। कई रिश्तेदार पोस्टमार्टम हाउस तक तो पहुंचे, लेकिन उसके बाद अचानक कहीं लापता हो गए। ऐसे में शक और गहरा रहा है कि कहीं दाल में कुछ काला तो नहीं है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर होगी कार्रवाई
थाना प्रभारी गढ़िया रंगीन रजनीश कुमार ने बताया कि युवक की संदिग्ध हालात में मौत होने की खबर मिली थी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। आगे पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जो भी आएगा उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी।