ट्रेनों में फिर बढ़ेंगे स्लीपर और जनरल कोच, पूर्वोत्तर रेलवे ने शुरू की तैयारी

लखनऊ : रेलवे ने दो साल पहले ट्रेनों में स्लीपर और जनरल कोच की संख्या को कम करके थर्ड एसी और इकॉनमी कोच की संख्या बढ़ा दी थी. इससे स्लीपर और जनरल कोच के यात्रियों को काफी परेशानियां उठानी पड़ रही हैं. अब रेलवे बोर्ड ने एक बार फिर से स्लीपर और जनरल कोच की संख्या को बढ़ाने का फैसला लिया है.

फेस्टिव सीजन में ट्रेनों में बहुत ज्यादा भीड़ हो जाती है. सैकड़ों लोगों को आरक्षित कोच में सीट नहीं मिल पाती है. ऐसे यात्री जनरल कोच की तरफ रुख करते हैं. यात्रियों के बढ़ जाने से जनरल कोच में इस कदर भीड़ हो जाती है कि एक बार अंदर गया यात्री हिल भी नहीं पाता है. टॉयलेट तक में यात्री सफर करने को मजबूर होते हैं. ऐसे में रेलवे बोर्ड का स्लीपर और जनरल कोच बढ़ाने का यह फैसला यात्रियों के लिए राहत वाला साबित होगा. नई व्यवस्था के तहत अब ट्रेनों में एक बार फिर से जनरल के चार, स्लीपर के सात, थर्ड एसी के छह, सेकेंड एसी के दो और फर्स्ट एसी का एक कोच होगा. पूर्वोत्तर रेलवे ने इस निर्णय को लेकर तैयारी भी शुरू भी कर दी है.

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ऐशबाग पहुंचेगी ये रेलगाड़ी
यात्रियों की सुविधा के लिए चलाई जा रही उधना मालदाटाउन स्पेशल रविवार को ऐशबाग रेलवे स्टेशन पहुंचेगी. पांच मिनट के स्टॉपेज के बाद ट्रेन आगे रवाना हो जाएगी. उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की सीनियर डीसीएम रेखा शर्मा ने बताया कि ट्रेन 09015 उधना जंक्शन मालदाटाउन स्पेशल शुक्रवार को उधना से रात 9.40 बजे रवाना हुई थी. ट्रेन रविवार रात एक बजे ऐशबाग जंक्शन पहुंचेगी. जहां से चलकर बाराबंकी, गोंडा, गोरखपुर होते हुए सोमवार सुबह पौने आठ बजे मालदाटाउन पहुंच जाएगी. वापसी में 09016 मंगलवार को शाम साढ़े सात बजे रवाना होगी और बुधवार रात 10.30 बजे ऐशबाग जंक्शन पहुंचेगी. यहां से चलकर शुक्रवार रात 12.30 बजे उधना पहुंचेगी. ट्रेन में 20 स्लीपर कोच रहेंगे.

सिग्नलिंग सिस्टम को आरडीएसओ करेगा अपग्रेड
आरडीएसओ में बेहतर सिग्नलिंग से ट्रेनों के सुरक्षित व तेज संचालन को लेकर आयोजित हुई दो दिवसीय कार्यशाला शुक्रवार को समाप्त हुई. सिग्नलिंग उपकरणों की गुणवत्ता और क्षमता को बढ़ाने पर अधिकारियों ने विचार-विमर्श किया. साथ ही सिस्टम को अपग्रेड करने पर मंथन हुआ.

अनुसंधान, अभिकल्प एवं मानक संगठन (आरडीएसओ) के अधिकारियों ने बताया कि चार जुलाई को सिग्नलिंग उपकरणों की परिसंपत्ति विश्वसनीयता' पर कार्यशाला आयोजित की गई थी. इसके तहत इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम, डिजिटल एक्सल काउंटर, इंटीग्रेटेड पॉवर सप्लाई, यूनिवर्सल फेल सेफ ब्लॉक इंटरफेस, अर्थिग सिस्टम और सिग्नलिंग रिले कार्यशालाएं आयोजित हुईं. आरडीएसओ के महानिदेशक अजय कुमार राणा, उत्तर रेलवे महाप्रबंधक शोभन चौधरी, दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक अनिल कुमार मिश्र कार्यशाला में उपस्थित रहे.

Edited By: Ballia Tak

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