Rambhadracharya: जगदगुरु रामभद्राचार्य की तबीयत बिगड़ी, मुख्यमंत्री योगी ने किया फोन, अस्पताल में भर्ती।

सीएम योगी ने जगद्गुरु रामभद्राचार्य के उत्तराधिकारी को फोन करके जगद्गुरु का हाल जाना।

गद्गुरु रामभद्राचार्य ने राम जन्‍मभूमि विवाद में सुप्रीम कोर्ट में गवाही दी थी। जब सुप्रीम कोर्ट के न्‍यायाधीशों ने गुरु रामभद्राचार्य से भगवान राम के जन्‍मस्‍थान के बारे में शास्‍त्रीय और वैदिक प्रमाण मांगे तो...

Lucknow News : रामानन्द संप्रदाय के मौजूदा चार जगद्गुरु में से एक जगद्गुरु रामभद्राचार्य का उत्तर प्रदेश के हाथरस में शुक्रवार को अचानक तबीयत बिगड़ गई। सीने में दर्द होने के कारण उनकी तबियत बिगड़ गई थी। इस कारण उन्हें आगरा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उनकी हालत में अब सुधार है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने जगद्गुरु रामभद्राचार्य के उत्तराधिकारी को फोन करके जगद्गुरु का हाल जाना।

राम कथा के दौरान बिगड़ी तबियत

यह भी पढ़े - सनबीम बलिया में राष्ट्रीय साहित्य समारोह 2024 : नामचीन साहित्यकारों, कवियों और अतिथियों ने दर्ज कराई उपस्थिति

हाथरस जिले के लाडपुर गांव में जगद्गुरु रामभद्राचार्य 25 जनवरी से रामकथा कर रहे हैं। शुक्रवार को रामकथा का आखिरी दिन था। शुक्रवार को जगद्गुरु को सीने में दर्द का आभास हुआ। जिसके बाद उन्हें तुरंत उपचार के लिए आगरा के पुष्पांजलि अस्पताल में भर्ती कराया गया। बताया जा रहा है कि उनके फेफड़ों में इंफेक्शन का होना भी सीने में दर्द का एक कारण हो सकता है।

राम जन्‍मभूमि केस में दी थी गवाही 

जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने राम जन्‍मभूमि विवाद में सुप्रीम कोर्ट में गवाही दी थी। जब सुप्रीम कोर्ट के न्‍यायाधीशों ने गुरु रामभद्राचार्य से भगवान राम के जन्‍मस्‍थान के बारे में शास्‍त्रीय और वैदिक प्रमाण मांगे तो उन्‍होंने अथर्ववेद का हवाला दिया था और उन्‍होंने अथर्ववेद के 10वें कांड के 31वें अनुवाक के दूसरे मंत्र का हवाला देते हुए प्रभु राम के जन्‍म का वैदिक प्रमाण दिया था। जगद्गुरु रामभद्राचार्य चित्रकूट में रहते हैं। वे रामानन्द संप्रदाय के मौजूदा चार जगद्गुरु में से एक हैं और इस पद पर 1988 से हैं। उनका वास्तविक नाम गिरधर मिश्रा है। वह एक विद्वान्, शिक्षाविद्, बहुभाषाविद्, प्रवचनकार, दार्शनिक और हिंदू धर्मगुरु हैं। वह रामानन्द संप्रदाय के मौजूदा चार जगद्गुरु में से एक हैं और इस पद पर 1988 से हैं।

Edited By: Ballia Tak

खबरें और भी हैं

Copyright (c) Ballia Tak All Rights Reserved.
Powered By Vedanta Software