लखनऊः आज भी नहीं सुरक्षित महिलाएं, एक वर्ष में 256 गंभीर मामलों में 329 आरोपी दोषी 

लखनऊ: पिछले एक वर्ष में कमिश्नरेट पुलिस का अपराधियों पर शिकंजा कसा है। आपरेशन कन्विक्शन के तहत आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में पैरवी व साक्ष्य प्रस्तुत कर सजा दिलाई गई। इस वर्ष के आंकड़े बताते हैं कि 256 गंभीर मामलों में पुलिस ने अपनी पैरवी से 329 को सजा दिलाई। इसमें सबसे अधिक मामले में महिला से अपराध करने वाले 195 आरोपियों को सजा दिलाने में कमिश्नरेट पुलिस सफल रही है।

पुलिस कमिश्नरेट ने आपरेशन कन्विक्शन 2024 के तहत विभिन्न गंभीर अपराधों में शामिल आरोपियों को सजा दिलाई। जोन वार आंकड़े बताते हैं सबसे अधिक 94 पश्चिमी जोन में अपराधियों को सजा दिलाई। तो सबसे कम मध्य जोन 25 मामलों में कोर्ट से सजा दिलाने में सफल रहा। इसी तरह पूर्वी जोन 40, उत्तरी जोन 47 और दक्षिणी जोन की पुलिस ने 50 मामलों के आरोपियों को सजा दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पांच जोन के 256 मामलों में 329 आरोपियों में 59 को आजीवन कारावास की सजा दिलाई। वहीं, 44 आरोपियों को 10 वर्ष या उससे अधिक की सजा दिलाने में पुलिस को सफलता मिली।

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महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा महत्वपूर्ण
पुलिस कमिश्नर अमरेंद्र कुमार सेंगर के मुताबिक आपरेशन कन्विक्शन में महिला और बच्चों की सुरक्षा प्रमुख है। इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है। इस अभियान के तहत इस वर्ष 256 मामलों में करीब 45 प्रतिशत 113 महिलाओं से जुड़े हैं। इसमें छेड़छाड़ के 35, दुष्कर्म के 61, पॉक्सो एक्ट के 85, दहेज हत्या के 14 आरोपियों को सजा दिलाई गई। वहीं, एससी/ एसटी एक्ट के 13, हत्या के 33, गैंगस्टर एक्ट के 28 और चोरी-डकैती के 25 आरोपियों को कोर्ट में साक्ष्य प्रस्तुत कर सजा दिलाई गई। पुलिस कमिश्नर के मुताबिक पिछले वर्ष 193 गंभीर मामलों में दोषियों को सजा पुलिस की पैरवी से मिली थी। वहीं, इस वर्ष इस आंकड़े में 33 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई। इस वर्ष 256 मामलों के दोषियों को सजा दिलाने में सफलता मिली।

Edited By: Ballia Tak

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