रासायनिक खादों के उपयोग से कम हो रही भूमि की उपजाऊ क्षमता

बाराबंकी : प्रत्येक माह के तीसरे बुधवार को जिला मुख्यालय पर आयोजित होने वाला किसान दिवस जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार के निर्देश पर बुधवार को पहली बार हैदरगढ़ स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के सभागार में आयोजित किया गया। किसान दिवस उपनिदेशक श्रवण कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। इस अवसर पर कृषि विभाग से संबंधित विभिन्न योजनाओं के बारे में किसानों को बताया गया। फसल के उत्पादन में वृद्धि, रोगों से बचाव व रोकथाम की जानकारी दी गई।

इस मौके पर जिला उद्यान अधिकारी ने बताया कि यदि कोई किसान आम, अमरूद, लौकी, तोरई आदि की खेती करता है, तो उसे सब्सिडी के तौर पर अनुदान मिलता है। डिस्ट्रिक्ट कोऑपरेटिव ने यूरिया की उपलब्धता के बारे में बताया कि जिले में खाद की कोई कमी नहीं है। किसान दिवस की अध्यक्षता कर रहे उपकृषि निदेशक श्रवण कुमार ने बताया कि रासायनिक खादों के उपयोग से जहां भूमि की उपजाऊ क्षमता दिनों दिन कम होती जा रही है। वहीं रासायनिक उर्वरकों के इस्तेमाल से खेत में पैदा होने वाले अनाज को खाने से सेहत पर भी बुरा असर पड़ रहा है। इसलिए रासायनिक खादों के उपयोग में धीरे धीरे कमी लाये और प्राकृतिक खादों के इस्तेमाल को बढ़ावा देने का कार्य करें।

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जिससे फसल की उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी तो वहीं हम स्वस्थ व निरोग जीवन जी सकेंगे। उन्होंने आगे बताया कि कृषि यंत्र खरीदने पर सरकार सब्सिडी प्रदान कर रही है। उन्होंने फॉर्मर रजिस्ट्री बनवाने के लिए किसानों से अपील करते हुए कहा कि अभी तक जिन किसानों ने फॉर्मर रजिस्ट्री नहीं बनवाया है, उन्हें पीएम किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्त का लाभ नहीं मिलेगा। इसलिए मोबाइल आधार, खतौनी, जनसुविधा केंद्र पर जाकर अवश्य फॉर्मर रजिस्ट्री बनवा लें। कार्यक्रम में जिला कृषि अधिकारी राजित राम, जिला उद्यान अधिकारी डॉ. धीरेन्द्र कुमार सिंह समेत तमाम लोग मौजूद रहे।

Edited By: Ballia Tak

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