BRC मुरलीछपरा पर संगोष्ठी एवं उन्मुखीकरण कार्यशाला में पूर्व सांसद ने दिये यह संदेश
बैरिया, बलिया : पूर्व सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने कहा कि देश की संसद का रास्ता गांव से होकर निकलता है। गांव की संसद जो पास करती है, वही देश की संसद में लागू होता है। श्री सिंह शुक्रवार को बीआरसी मुरली छपरा के प्रांगण में आयोजित ब्लॉकस्तरीय एक दिवसीय संगोष्ठी एवं उन्मुखीकरण कार्यशाला के अवसर पर लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जब देश आजाद हो रहा था तो गांधी से लोगों ने पूछा, आजादी के बाद देश का स्वरूप कैसा होगा ? तो उन्होंने कहा था ग्राम स्वराज का भारत होगा। ग्राम स्वराज का मतलब यह है कि स्वास्थ्य, शिक्षा, समृद्ध, सबल समाज का बना है, जो प्राथमिक विद्यालय से होकर निकलता है।
आज के परिवेश में समाज में समरसता टूट जा रही है, जिसकी वजह पश्चिमी देशों की नकल है। इसे बचाने के लिए सबको आगे आना होगा। इस गोष्ठी की सार्थकता तभी है, जब ग्राम स्वराज की स्थापना होगी। आज हम सबको संकल्प लेने की जरूरत है कि दुग्ध उत्पादन, प्राकृतिक खेती, ऑर्गेनिक खेती, जल संरक्षण, पौधारोपण, के ऊपर जोर दिया जाए जो प्राथमिक विद्यालय से होकर यह गुजरता है। अध्यापक बच्चों को इन सबके बारे में बताएं।
इससे पहले मुख्य अतिथि ने मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उत्कृष्ट कार्य करने वाले ग्राम प्रधान व विद्यालय के प्रधानाध्यापकों को अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह व प्रमाण पत्र देकर विशिष्ट अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया। अध्यक्षता ग्राम प्रधान इब्राहिमाबाद नौवरार रामनरेश चौधरी व संचालन शिक्षक अजय तिवारी ने किया। इस अवसर पर विशिष्ट तिथि ब्लॉक प्रमुख कन्हैया सिंह, चिकित्साधिकारी मुरलीछपरा डॉक्टर देवनीति सिंह, खंड शिक्षा अधिकारी दुर्गा प्रसाद सिंह, विनोद यादव, अनुराग तिवारी, रमाशंकर मिश्रा सहित ग्राम प्रधान, बाल विकास परियोजना व अध्यापक मौजूद रहे।