Amethi News : डीएम से मां-बेटे ने रोकर लगाई गुहार, बोले-मेरा मकान गिरवा दिया, एसडीएम ने डांटकर भगा दिया

मामला पीपरपुर थाना क्षेत्र के खाझा गांव का है। यहां के रहने वाले रंजीत पाल अपनी मां उर्मिला देवी के साथ सोमवार की दोपहर में जनपद मुख्यालय गौरीगंज स्थित कलेक्ट्रेट पहुंचे।

Amethi News : अमेठी जिले में एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें एक युवक और उसकी मां जिलाधिकारी कार्यलय के बाहर रो रो कर लेखपाल के ऊपर अपना घर गिराने का आरोप लगा रहे हैं। उनका कहना है कि जब हम इसकी शिकायत लेकर एसडीएम के पास गए तो उन्होंने डांटकर भगा दिया। युवक और उसकी मां डीएम के पास शिकायत लेकर जिलाअधिकारी कार्यलय पहुंच गई और उनसे शिकायत की। 

क्या है पूरा मामला

मामला पीपरपुर थाना क्षेत्र के खाझा गांव का है। यहां के रहने वाले रंजीत पाल अपनी मां उर्मिला देवी के साथ सोमवार की दोपहर में जनपद मुख्यालय गौरीगंज स्थित कलेक्ट्रेट पहुंचे। वहां पर मां-बेटे ने रोते हुए जिलाधिकारी को बताया कि मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत उन्होंने मकान बनवाया था। उन्होंने आरोप लगाया कि गांव के कुछ लोगों ने मिलकर पुलिस और राजस्व की मदद से जेसीबी द्वारा उनका घर गिरा दिया। जिस पर जिलाधिकारी ने दोनों को घर पहुंचने का निर्देश दिया। डीएम ने कहा कि आपलोग घर पहुंचिए एसडीएम अमेठी मौके पर पहुंचकर निरीक्षण कर जांच करेंगी। शाम को अमेठी की एसडीएम प्रीति तिवारी राजस्व और पुलिस टीम को लेकर पीड़ित के घर खाझा गांव पहुंचीं जहां पर उनके साथ पीपरपुर थानाध्यक्ष संदीप राय भी मौजूद थे।

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रंजीत पाल ने एसडीएम को बताया कि मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत उसको सरकार से धनराशि मिली थी। जिससे उसने मकान बनवाया। जब मकान बन रहा था तभी गांव के ही कुछ लोगों के द्वारा आपत्ति की गई थी। तब मौके पर पहुंच कर लेखपाल, वर्तमान प्रधान एवं पूर्व प्रधान ने जांच करते हुए जमीन चिन्हित की थी, जिस पर उसने मकान बनवाया। यह मकान अप्रैल 2023 में बनकर तैयार हो गया था। इसके बाद रंजीत बाहर नौकरी करने चला गया। 

1 फरवरी 2024 की दोपहर को अचानक पुलिस एवं राजस्व की टीम ने मौके पर पहुंचकर उसके मकसान पर जेसीबी चलाते हुए धराशाई कर दिया। इसकी सूचना जैसे ही लगी पीड़ित रंजीत को लगी और घर वापस आ गया। वह इस संबंध में एसडीएम अमेठी से मिला तो एसडीएम प्रीति तिवारी ने उसे भगा दिया। फिर वह और उसकी मां जिलाधिकारी निशा अनंत के पास पहुंचकर न्याय की भीख मांगने लगे। पीड़ित ने बताया कि उसे समय राजस्व की टीम के द्वारा जहां पर बताया गया था वहीं पर मकान बनाया था। फिर क्यों मेरे मकान को गिराया गया। 

क्या कहा एसडीएम ने 

एसडीएम प्रीति तिवारी ने बताया कि पीड़ित झूठ बोल रहा है। गांव में 50 मीटर के अंदर उसके 2 मकान और हैं। उसके द्वारा अवैध अतिक्रमण कर सरकारी जमीन पर यह तीसरा मकान बनवाया गया था। जिसको नोटिस देने के बाद हटाया गया और सरकारी जमीन खाली कराई गई। जबकि वहीं पर पीड़ित का कहना है कि उसको किसी भी प्रकार की कोई नोटिस नहीं दी गई। 

Edited By: Ballia Tak

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