पाकिस्तान और आतंकवाद

जम्मू-कश्मीर में शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने की पाकिस्तान की कोशिशों के कारण ही जम्मू क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों में तेजी आई है। पाकिस्तान हमेशा से जम्मू क्षेत्र में शांति भंग करने के प्रयास करता रहता है। 

रविवार को आतंकवादियों ने तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस पर हमला किया जिसमें नौ लोग मारे गए। दो दिन बाद, आतंकवादियों ने डोडा में एक संयुक्त जांच चौकी पर हमला किया जिसमें छह सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। एक अन्य घटना में मंगलवार को कठुआ जिले में सुरक्षा बलों ने एक संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादी को मार गिराया। 

बुधवार को एक अन्य आतंकवादी को भी मार गिराए जाने के बाद रात भर चली मुठभेड़ समाप्त हो गई, लेकिन ऑपरेशन में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया। अधिकारियों के मुताबिक मारे गए दोनों आतंकवादी पाकिस्तानी बताए जा रहे हैं। तीन दिनों के भीतर हुए इन तीन हमलों से लोगों में डर का माहौल है। 

जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों में तेजी इस बात की याद दिलाती है कि पाकिस्तान प्रायोजित नापाक तत्व इस क्षेत्र में अपने पैर पसार रहे हैं और यह सामान्य स्थिति बहाल करने के सरकार के दावों की सच्चाई को उजागर करता है। कहा जा रहा था कि 370 हटने के बाद कश्मीर में आतंकवाद खत्म हो गया। परंतु पहले तो आतंकी सिर्फ कश्मीर घाटी में ही हमला करते थे अब तो यह हमले जम्मू संभाग में भी हो रहे हैं, जो एक नई सुरक्षा चुनौती पेश कर रहा है। 

अमेरिका, ब्रिटेन आदि पश्चिमी देशों का भी यह आरोप रहा है कि पाकिस्तान प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से विभिन्न आतंकी कार्रवाइयों में लिप्त रहा है। प्रमुख इस्लामी आतंकी संस्थाएं जैसे लश्कर-ए-तैयबा, लश्कर-ए-ओमर, जैश-ए-मोहम्मद, हरकतुल मुजाहिद्दीन, सिपाह-ए-सहाबा, हिज़्बुल मुजाहिदीन आदि सब के सब पाकिस्तान में रहकर अपनी आतंकी गतिविधियां चलाते हैं। 

महत्वपूर्ण है कि दूसरे कार्यकाल के लिए कार्यभार संभालने के तुरंत बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान से उत्पन्न होने वाले सीमा पार आतंकवाद से निपटने के प्रयास किए जाएंगे क्योंकि यह ‘एक अच्छे पड़ोसी की नीति’ नहीं हो सकती है। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि आंतकवादी हमला जम्मू क्षेत्र में अशांति फैलाने की नापाक साजिश का हिस्सा है। 

कहा जा सकता है कि पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज आने वाला नहीं है। आतंकवादियों ने बीएसएफ के सुरक्षा बाड़ को पार कर सुरंग के जरिए घुसपैठ की होगी।  यह अंतर्राष्ट्रीय सीमा के करीब है। सरकार को पुख्ता सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। भारत को यह सुनिश्चित करना होगा कि विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर उसकी ओर से पाकिस्तान की घेराबंदी जारी रहे।

Edited By: Ballia Tak

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