उर्जा बदलाव की प्रगति

भारत ने ऊर्जा समानता, सुरक्षा और स्थिरता के मामले में उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया है। विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के बुधवार को जारी वैश्विक ऊर्जा बदलाव सूचकांक में भारत दुनिया में 63वें स्थान पर है। हालांकि इस सूचकांक में यूरोपीय देशों का दबदबा है। स्वीडन सूचकांक में शीर्ष पर है। सूचकांक में भारत और कुछ अन्य विकासशील देशों मसलन चीन तथा ब्राजील द्वारा दिखाया गया सुधार महत्वपूर्ण है,  क्योंकि 83 प्रतिशत देश पिछले साल की तुलना में कम से कम तीन ऊर्जा प्रणाली प्रदर्शन आयामों - सुरक्षा, समानता और स्थिरता में पिछड़ गए हैं।

ऊर्जा संक्रमण को समझने के लिए समग्र सूचकांक एक उपयोगी उपकरण है। सूचकांक में भारत को  प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में दर्शाया गया है। गौरतलब है कि डब्ल्यूईएफ वैश्विक, क्षेत्रीय और उद्योग जगत की परियोजनाओं को आकार देने के लिए व्यापारिक, राजनीतिक, शिक्षा क्षेत्र और समाज के अन्य प्रतिनिधियों को शामिल करके विश्व की स्थिति में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है। डब्ल्यूईएफ ने पिछले वर्ष अपने सूचकांक में भारत को विश्व स्तर पर 67 वें स्थान पर रखा था।

डब्ल्यूईएफ ने कहा कि वैश्विक स्तर पर, अधिक न्यायसंगत, सुरक्षित और टिकाऊ ऊर्जा प्रणाली में ऊर्जा संक्रमण अभी भी प्रगति पर है, लेकिन दुनिया भर में बढ़ती अनिश्चितता के कारण इसकी गति कम हो गई है। जबकि रिपोर्ट में शामिल किए गए 120 देशों में से 107 ने पिछले दशक में अपनी ऊर्जा संक्रमण यात्रा पर प्रगति का प्रदर्शन किया, संक्रमण की समग्र गति धीमी हो गई है  और इसके विभिन्न पहलुओं को संतुलित करना एक प्रमुख चुनौती बनी हुई है। वैश्विक ऊर्जा प्रणाली वर्तमान में एक मौलिक परिवर्तन से गुजर रही है, जो तकनीकी नवाचार, जलवायु परिवर्तन शमन नीतियों और भू-राजनीतिक विकास जैसे कारकों से प्रेरित है। ऊर्जा बदलाव का क्षेत्र वैश्विक ऊर्जा परिदृश्य को हमेशा के लिए मौलिक रूप से बदल देगा।

2023 में वैश्विक ऊर्जा बदलाव बाजार का मूल्य लगभग 3,000 अरब डॉलर था, जो बढ़कर 2030 तक 6,000 अरब डॉलर पर पहुंचने का अनुमान है। उसके बाद 2050 तक यह हर 10 साल में दोगुना हो जाएगा। भारत के सफल ऊर्जा संक्रमण के लिए एक कुशल कार्यबल का निर्माण, सार्वजनिक-निजी सहयोग को बढ़ावा देने के साथ कार्बन न्यून प्रौद्योगिकी अनुसंधान तथा विकास में निवेश करना आवश्यक है।

अडाणी समूह ने अगले दशक में ऊर्जा बदलाव के क्षेत्र में 100 अरब डॉलर से अधिक का निवेश करने की घोषणा की है। समूह अपनी एकीकृत नवीकरणीय ऊर्जा मूल्य श्रृंखला का और विस्तार करेगा। ऊर्जा संक्रमण एक महत्वपूर्ण नीतिगत चुनौती और व्यावसायिक जोखिम के रूप में उभरा है  और ऊर्जा संक्रमण की प्रगति पर पारदर्शिता और तथ्य-आधारित समझ बढ़ाने की आवश्यकता है।

Edited By: Ballia Tak

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